स्वप्न मेरे: प्रेम का अनुबंध है विनिमय तो होना चाहिए

बुधवार, 4 नवंबर 2009

प्रेम का अनुबंध है विनिमय तो होना चाहिए

हिंदी में एक ग़ज़ल कहने का प्रयास है ...... मीटर की ग़लतियों को गुरुदेव पंकज सुबीर जी ने ठीक कर दिया है ........ और एक बात आज पहली बार शाबासी भी मिली है गुरुदेव से इस ग़ज़ल की बहर पर ......

साथ है जो आपका सुखमय तो होना चाहिए
प्रेम का अनुबंध है विनिमय तो होना चाहिए

मैं कोई विचलित नहीं हूँ आपके संपर्क से
उम्र भर के साथ का निश्चय तो होना चाहिए

है भरत सक्षम चलाने के लिये शासन, मगर
राम के वनवास का निर्णय तो होना चाहिए

है ये नाटक जिंदगी का मंच पर संसार के
पात्र मिलते हैं मगर अभिनय तो होना चाहिए

जोश बस काफी नहीं है लक्ष्य पाने के लिए
राह से कुछ आपका परिचय तो होना चाहिये

56 टिप्‍पणियां:

  1. साथ है जो आपका सुखमय तो होना चाहिए
    प्रेम का अनुबंध है विनिमय तो होना चाहिए

    वाह, नासवा साहब , ठीक अपने लेखाकार पेशे के मुताविक आपने बाणिज्यिक भाषा का प्रयोग खूब किया, बधाई !

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  2. आज सक्षम है भरत शासन चलाने के लिए
    राम के वनवास का निर्णय तो होना चाहिए

    बहुत खूब....!!

    जिंदगी के रंगमंच की खुली किताब पर
    पात्र मिलते हैं मगर अभिनय तो होना चाहिए

    दिगंबर जी दुनिया अभिनय से ही तो भरी हुई है ...सभी मुखौटे बदलते रहते हैं ....!!

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  3. जोश बस काफी नहीं है लक्ष्य पाने के लिए
    राह से भी तनिक सा परिचय तो होना चाहिए


    Bilkul sahi baat kah daali aapne..........

    bahut hi sunder abhivyakti.......

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  4. आज सक्षम है भरत शासन चलाने के लिए
    राम के वनवास का निर्णय तो होना चाहिए

    जोश बस काफी नहीं है लक्ष्य पाने के लिए
    राह से भी तनिक सा परिचय तो होना चाहिए

    वाह दिगंबर जी वाह...अद्भुत रचना...कमाल के शब्द और उनसे पिरोये भाव...वाह...
    नीरज

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  5. मैं कोई विचलित नहीं हूँ आपके संपर्क से
    उम्र भर के साथ का निश्चय तो होना चाहिए....
    hundred percent true....

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  6. बहर अपनी जगह है
    ,लेकिन आप अच्छा लिख
    रहे है |
    धन्यवाद...

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  7. जिंदगी के रंगमंच की खुली किताब पर
    पात्र मिलते हैं मगर अभिनय तो होना चाहिए
    .......
    abhinay bhi tabhi sanwarta hai,jab khuli kitaab ke akhshar dhundhle lagte hain, dard dastaken deta hai......

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  8. जोश बस काफी नहीं है लक्ष्य पाने के लिए
    राह से भी तनिक सा परिचय तो होना चाहिए

    बहुत सुन्दर लिखा है।

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  9. 'साथ है जो आपका सुखमय तो होना चाहिए
    प्रेम का अनुबंध है विनिमय तो होना चाहिए '

    'जोश बस काफी नहीं है लक्ष्य पाने के लिए
    राह से भी तनिक सा परिचय तो होना चाहिए'
    ye do sher bahut umda lage.

    Hindi ki yah gazal bahut bhaavpoorn kahi gayee hai..

    meter ka to gunijan jane..

    mujhe aap ka is vidha mein likha hua padhna acchha laga.

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  10. जोश बस काफी नहीं है लक्ष्य पाने के लिए
    राह से भी तनिक सा परिचय तो होना चाहिए

    बेहद अर्थपूर्ण पंक्तियाँ हैं बहुत सुंदर गज़ल कही है आपने.

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  11. जिंदगी के रंगमंच की खुली किताब पर
    पात्र मिलते हैं मगर अभिनय तो होना चाहिए

    दिगम्बर जी
    आपकी इस रचना मे बहुत ही गहराई है कि अगर आप जीन्दगी के म्यान मे देखे तो तल्वारे है पर भोथरे ........तरकश मे तीर है पर दिशाहीन ......इस तरह से यह कहे कि अगर हमने राम को राम रहने दिया तो राम क्या राम रावण का बध नही कर सकता? बहुत ही सुन्दर भाव है और साथ मे एक सवाल भी पैदा कर देता है ........और उन लोगो तक एक सन्देश भी प्रेषित करता है .......सोने वालो अब तो जग जाओ .....अपने कर्मो के प्रति .........आपकी लिखी इन शेरो को पढकर न जाने कितने भाव मेरे अन्दर जगे पर कुछ को ही लिखना पा रहा हूँ!
    बहुत ही सुन्दर विचार है आपके ........बहुत बहुत शुभकामना!!!!!!!

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  12. जोश बस काफी नहीं है लक्ष्य पाने के लिए
    राह से भी तनिक सा परिचय तो होना चाहिए


    हर शब्‍द बेहद गहराई लिये हुये, पर यह पंक्तियां कुछ खास ही संदेश दे रही हैं, बहुत-बहुत बधाई के साथ आभार ।

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  13. bahut hi khubsurat she'r kahe hain janaab aapne... hindi ko kya khubsurati se istemaal kiyaa hia aapne is gazal me bas kuchh ek jagah se aap bah'r se gire hain magar kahan jab itani badhiya ho to fir kya kahane... badhaayee kubulen


    arsh

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  14. "जोश बस काफी नहीं है लक्ष्य पाने के लिए
    राह से भी तनिक सा परिचय तो होना चाहिए ।।"

    बहुत ही सुन्दर गजल....इन पंक्तियों के जरिए तो बडी गहरी बात कह डाली आपने....
    बधाई!!!

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  15. परिचय भी हुआ और आज विनिमय भी हो गा नासावा जी ...लग रहा है देखकर लिखे है मेरी परिस्थिति

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  16. साथ है जो आपका सुखमय तो होना चाहिए
    प्रेम का अनुबंध है विनिमय तो होना चाहिए

    बिल्कुल ! ये पंक्तियां भा गईं ।

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  17. ji, hindi ki gazalo me DUSHYANTJI ka saani nahi, aour jab mujhe unke andaaz se lipati hui gazal padhhne ko milati he to yakeen maaniye mazaa aa jaata he.
    साथ है जो आपका सुखमय तो होना चाहिए
    प्रेम का अनुबंध है विनिमय तो होना चाहिए
    ab ye saath kitana sukhmay rahega..vinimay par hi aadharit he. bahut khoob likha he.
    मैं कोई विचलित नहीं हूँ आपके संपर्क से
    उम्र भर के साथ का निश्चय तो होना चाहिए
    haa, esa tab jab aap akele ho..bhabhiji to nahi sun rahi he na..kher..ynha jo aapne shbd chuna SAMPARK, subhanallah bejod he. kyoki sambandh nahi he sirf sampark he aour isase vichalit hona aam he...nishchay ki baat kar aapne sher ko mazboot banaa diya.
    आज सक्षम है भरत शासन चलाने के लिए
    राम के वनवास का निर्णय तो होना चाहिए
    waaaah...kis RAAM ke??? mujhe to apne desh ki sarkaar ka khyaal aayaa..par use RAAM kahna uchit nahi../
    जिंदगी के रंगमंच की खुली किताब पर
    पात्र मिलते हैं मगर अभिनय तो होना चाहिए
    sach he.
    जोश बस काफी नहीं है लक्ष्य पाने के लिए
    राह से भी तनिक सा परिचय तो होना चाहिए
    isame darshan he...aour gazal ka behatreen ant. wah digambarji, dil jeet liyaa aapne.

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  18. जोश बस काफी नहीं है लक्ष्य पाने के लिए
    राह से भी तनिक सा परिचय तो होना चाहिए
    उम्दा रचना . दिल को छू गई .बधाई

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  19. आज सक्षम हैं भरत शासन चलाने के लिए
    राम के वनवास का निर्णय तो होना चाहिए।

    वाह क्या खूब
    मैने एक हिन्दी गज़ल कभी पढ़ी थी किसकी है याद नहीं लेकिन इस गज़ल को पढ़कर उसकी याद आ गई
    उसके कुछ शेर हैं-
    यूँ तिजोरी से न आंको प्यार मेरा
    दोस्ती है दोस्ती विनमय नहीं है

    कौन सा नाटक भला खेलें बताओ
    पात्र तो मिलते मगर अभिनय नहीं है।

    दो बदन इक प्राण हों बंधन वही है
    सात फेरे डालना परिणय नहीं है।

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  20. वाह बहुत अदभुत रचना. आनंद आया.

    रामराम.

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  21. जोश बस काफी नहीं है लक्ष्य पाने के लिए
    राह से भी तनिक सा परिचय तो होना चाहिए

    shat-pratishat sahee bat . sunder shavdo me bhavo ke dhage me pirona koi aap se seekhe .
    bahut sunder rachana ke liye badhai .

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  22. wah digambar ji,

    जोश बस काफी नहीं है लक्ष्य पाने के लिए
    राह से भी तनिक सा परिचय तो होना चाहिए

    sabhi sher behatareen. mubarak.

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  23. मैं कोई विचलित नहीं हूँ आपके संपर्क से
    उम्र भर के साथ का निश्चय तो होना चाहिए
    आपकी लेखनी के हम कायल हैं .. मधुर व्यंग्य से भरी ग़ज़ल में अलहदा सा रंग है .

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  24. आज सक्षम है भरत शासन चलाने के लिए
    राम के वनवास का निर्णय तो होना चाहिए

    वाह,वाह,वाह !!
    उम्दा रचना .

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  25. बहुत सुंदर रचना भाव पुरण.
    धन्यवाद

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  26. दिगम्बर नासवा जी, मीटर , बहर की तो बात छोड़िए, आगे आगे वह भी ठीक होने लगेगी लेकिन निस्संदेह ही ग़ज़ल के रूप में बड़े ही सुन्दर भावों को हिन्दी के उपयुक्त और सुन्दर शब्दों में सजाये हैं. बधाई.

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  27. ग़ज़ल हिंदी के काफियों का अच्‍छा इस्‍तेमाल करके लिखी गई है । बधाई

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  28. बहुत बढिया ...मैं कोई विचलित नहीं हूँ आपके संपर्क से
    उम्र भर के साथ का निश्चय तो होना चाहिए

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  29. जोश बस काफी नहीं है लक्ष्य पाने के लिए
    राह से कुछ आपका परिचय तो होना चाहिये

    bahut achhi lagi aapki gajal.Ismi mujhe jo sabse achhi baat lagi wah aapne hindi ke shabdon ka hi bakhubi prayog kiya hai. Videsh me rahkar aapka hindi ke prati prem dekh bahut hi achha lagta hai. Kash yehi baat hindi ki durdasha karte kuch logon ki samjh me aa jati.
    Shubhkamna ke saat.

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  30. साथ सुखमय और उम्र भर के साथ का निश्चय ,वैसे एक विचार और है ’उतना ही उपकार समझ कोई जितना साथ
    निभादे ,किन्तु आपका द्रष्टिकोण ही सही है क्योंकि अनिश्चित स्थिति मे अविचलित रहना कठिन ही होता है ।जिन्दगी वाकई एक रंग मंच है और प्राणी कठ्पुतली ।जोश बस काफ़ी नही है ,इसको इस तरह भी पढा जा सकता है यदि मात्रा का फ़र्क न पडे तो जोश काफ़ी ही नही है

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  31. मैंने सोचा कि अपनी प्रशंसा को सार्वजनिक भी कर दिया जाये । दरअसल में इस ग़ज़ल में जो काफियाबंदी की गई है वह बहुत ही प्रभावित करती है । हिंदी के शब्‍दों को लेकर काफिया बंदी करना और वो भी इस प्रकार कि हर शेर अनूठा हो आसान नहीं होता । अक्‍सर तो भर्ती के काफिये आ जाते हैं । एक अच्‍छी ग़ज़ल की बधाई ।

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  32. आपने बहुत ही सुंदर भाव और अभिव्यक्ति के साथ शानदार रचना लिखा है! बहुत बढ़िया लगा! दिल को छू गई आपकी ये रचना !

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  33. है ये नाटक जिंदगी का मंच पर संसार के
    पात्र मिलते हैं मगर अभिनय तो होना चाहिए

    जोश बस काफी नहीं है लक्ष्य पाने के लिए
    राह से कुछ आपका परिचय तो होना चाहिये
    क्या बात है हिन्दी गज़ल की अनूठी पेशकश । हर शेर लाजवाब बहुत बहुत बधाइ

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  34. satik aur bilkul sadha hua...

    kabhi kabhi humare bhi blog par aayein...

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  35. है ये नाटक जिंदगी का मंच पर संसार के
    पात्र मिलते हैं मगर अभिनय तो होना चाहिए
    साथ है जो आपका सुखमय तो होना चाहिए
    प्रेम का अनुबंध है विनिमय तो होना चाहिए
    मैं कोई विचलित नहीं हूँ आपके संपर्क से
    उम्र भर के साथ का निश्चय तो होना चाहिए

    लाजवाब ....!!

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  36. लाजवाब ग़ज़ल इतना बढ़िया ग़ज़ल है जितनी सराही जाए कम है..हर पंक्ति बेजोड़ है बहुत बहुत बधाई दिगंबर जी बहुत सुंदर विचार प्रस्तुत किए आपने..धन्यवाद!!!

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  37. है ये नाटक जिंदगी का मंच पर संसार के
    पात्र मिलते हैं मगर अभिनय तो होना चाहिए

    jee abhinay hote ja rahen hain. jindgee ka manch,kya khub manch hai sathi, nachna naa janu to bhee nachne ko majboor .


    badhiyan...

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  38. हिन्दी शब्दों से ग़ज़ल सौन्दर्य और निखरा है।

    ---
    गुलाबी कोंपलें

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  39. हिन्दी में भी रूमानी गजल भलीभांति कही जा सकती है, आपने यह साबित कर दिया है। बधाई।
    -Zakir Ali ‘Rajnish’
    { Secretary-TSALIIM & SBAI }

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  40. क्या रचना है क्या भावः हैं अद्भुत जिस तरहं शब्दों से रस निकला है आपने वो तो एक महँ व्यक्तित्व ही कर सकता है मन प्रसन्न हो गया ये रचना पड़कर ......
    mujhe poori rachna hi pasand aai aapki kisi bhi pankhti se koi matbhed nahi....... :)



    माफ़ी चाहूंगा स्वास्थ्य ठीक ना रहने के कारण काफी समय से आपसे अलग रहा

    अक्षय-मन "मन दर्पण" से

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  41. वाह! शानदार गज़ल!
    यह शेर तो वाकई अनूठा है-

    है भरत सक्षम चलाने के लिए शासन मगर
    राम के वनवास का निर्णय तो होना चाहिए

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  42. अरे, इस ग़ज़ल से तो मैं वंचित ही रह गया था।

    ...और अब परिचय हुआ तो तारीफ़ के शब्द नहीं मिल रहे हैं। जब गुरूदेव ने खुद ही पुल बांध दिये हैं प्रशंसा के तो हम मूढ़मति क्या कहें।

    hats off...

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  43. है भरत सक्षम चलाने के लिये शासन, मगर
    राम के वनवास का निर्णय तो होना चाहिए
    बहोत खूब ।

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  44. दिगंबर जी, दुरुस्त फरमाते हैं आप...

    'साथ है जो आपका सुखमय तो होना चाहिए
    प्रेम का अनुबंध है विनिमय तो होना चाहिए '

    'जोश बस काफी नहीं है लक्ष्य पाने के लिए
    राह से भी तनिक सा परिचय तो होना चाहिए'

    हिंदी गज़ल के क्या कहने...!!

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  45. जोश बस काफी नहीं है लक्ष्य पाने के लिए
    राह से कुछ आपका परिचय तो होना चाहिये

    बेहतरीन पंक्तियाँ हैं।

    सादर

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  46. जोश बस काफी नहीं है लक्ष्य पाने के लिए
    राह से कुछ आपका परिचय तो होना चाहिये
    kitni badi baat kah di aapne is kavita ke madhyam se.......

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आपके विचारों और मार्गदर्शन का सदैव स्वागत है