स्वप्न मेरे: हमको पढ़ते हैं कई लोग सुर्ख़ियों जैसे

सोमवार, 20 जुलाई 2020

हमको पढ़ते हैं कई लोग सुर्ख़ियों जैसे


ज़िन्दगी में हैं कई लोग आग हों जैसे
हर अँधेरे में सुलगते हैं जुगनुओं जैसे

सोच लेता हूँ कई बार बादलों जैसे
भीग लेने दूं किसी छत को बारिशों जैसे

बैठे बैठे भी कई बार चौंक जाता हूँ
दिल में रहते हैं कई लोग हादसों जैसे

हम सफ़र बन के मेरे साथ वो नहीं तो क्या
मील दर मील खड़े हैं वो पत्थरों जैसे   

दिल के गहरे में कई दर्द रोज़ उठते हैं
भूल जाता हूँ में हर बार मुश्किलों जैसे

लोग ऐसे भी मेरी ज़िन्दगी में आए हैं
खिलते रहते हैं हमेशा जो तितलियों जैसे

सरसरी सी ही नज़र डालना कभी हम पर
हमको पढ़ते हैं कई लोग सुर्ख़ियों जैसे

60 टिप्‍पणियां:

  1. वाह ! बहुत सुंदर, शायद आग जैसे लोग ही बादलों सा बरसना सिखाते हैं, हादसों जैसे लोग दर्द को भूलना ... और तितलियों जैसे लोग ही सुर्खियाँ बनने का हौसला भरते हैं.

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  2. लोग ऐसे भी मेरी ज़िन्दगी में आए हैं
    खिलते रहते हैं हमेशा जो तितलियों जैसे

    सरसरी सी ही नज़र डालना कभी हम पर
    हमको पढ़ते हैं कई लोग सुर्ख़ियों जैसे
    लाजवाब ... सदा की तरह अत्यंत सुन्दर सृजन ।

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  3. सादर नमस्कार ,

    आपकी इस प्रविष्टि् के लिंक की चर्चा कल मंगलवार (21 -7 -2020 ) को शब्द ही शिव हैं( चर्चा अंक 3769) पर भी होगी,आप भी सादर आमंत्रित हैं।
    ---
    कामिनी सिन्हा

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  4. बहुत सुंदर सृजन, दिगंबर भाई।

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  5. दिल में रहते हैं कई लोग हादसों जैसे ...बहुत खूब .

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  6. सरसरी सी ही नज़र डालना कभी हम पर हमको पढ़ते हैं कई लोग सुर्ख़ियों जैसे...वाह!बेहतर सर।

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  7. लोग ऐसे भी मेरी ज़िन्दगी में आए हैं
    खिलते रहते हैं हमेशा जो तितलियों जैसे
    वाह!!!!
    बहुत ही लाजवाब।

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  8. वाह!दिगंबर जी ,क्या बात है !!बहुत खूब ।
    पढते हैं कई लोग सुर्खियों जैसे ..वाह!!

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  9. लाजवाब लिखा !

    रेखा श्रीवास्तव

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  10. दिल में रहते हैं कई लोग हादसों जैसे

    वाह-वाह

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  11. सरसरी सी ही नज़र डालना कभी हम पर
    हमको पढ़ते हैं कई लोग सुर्ख़ियों जैसे
    ... यूँ ही नहीं कोई सुर्ख़ियों में रहता है, बहुत संघर्ष छुपा रहता है उसके गर्त में
    बहुत खूब!

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  12. सर बहुत ही उम्दा और अर्थपूर्ण रचना है।

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  13. ......

    आपकी लिखी रचना ब्लॉग "पांच लिंकों का आनन्द" बुधवार 22 जुलाई 2020 को साझा की गयी है......... पाँच लिंकों का आनन्द पर आप भी आइएगा....धन्यवाद!

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  14. शानदार बस शानदार एक से बढ़कर एक असरार।
    उम्दा/बेहतरीन

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  15. भई वाह...बहुत सुंदर गजल. मान गए.

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  16. बहुत ही उम्दा लिखावट , बहुत ही सुंदर और सटीक तरह से जानकारी दी है आपने ,उम्मीद है आगे भी इसी तरह से बेहतरीन article मिलते रहेंगे Best Whatsapp status 2020 (आप सभी के लिए बेहतरीन शायरी और Whatsapp स्टेटस संग्रह) Janvi Pathak

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  17. अंतिम शेर बहुत कमाल। दाद स्वीकारें।

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  18. सरसरी सी ही नज़र डालना कभी हम पर
    हमको पढ़ते हैं कई लोग सुर्ख़ियों जैसे.. वाह अद्भुत लेखन

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  19. दिल के गहरे में कई दर्द रोज़ उठते हैं
    भूल जाता हूँ में हर बार मुश्किलों जैसे,,,,,,,,,,बहुत ख़ूबसूरत ।

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  20. लोग ऐसे भी मेरी ज़िन्दगी में आए हैं
    खिलते रहते हैं हमेशा जो तितलियों जैसे....बस इन्हीं लोगों को बनाये रखिये जो जिंदगी में मिठास लाते रहते हैं !!

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आपके विचारों और मार्गदर्शन का सदैव स्वागत है