tag:blogger.com,1999:blog-1407525739260276743.post3864640989797615982..comments2024-03-29T15:40:17.367+05:30Comments on स्वप्न मेरे: बता ... क्या करूं ... दिगम्बर नासवाhttp://www.blogger.com/profile/11793607017463281505noreply@blogger.comBlogger71125tag:blogger.com,1999:blog-1407525739260276743.post-21606990130702547432013-03-15T14:19:15.760+05:302013-03-15T14:19:15.760+05:30माँ शब्द ही पढने को प्रेरित करता है... और सच ही तो...माँ शब्द ही पढने को प्रेरित करता है... और सच ही तो है...<br />तुम सा कोई पूज्य नहीं माँ <br />तुम सब देवों से बढ़ कर हो माँ <br />सादर...Dr. Vandana Singhhttps://www.blogger.com/profile/07078139062218055417noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1407525739260276743.post-24278451913661496812013-02-27T22:06:38.442+05:302013-02-27T22:06:38.442+05:30 तूने ही तो सिखाया था
जीने का अंदाज़
हालात से जू... तूने ही तो सिखाया था <br />जीने का अंदाज़ <br />हालात से जूझने का संकल्प <br />nice lines.tbsinghhttps://www.blogger.com/profile/07736038280400862671noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1407525739260276743.post-21483218050774945192013-02-11T17:04:33.107+05:302013-02-11T17:04:33.107+05:30इन सब से पार पा लूँगा
मुश्किलें भी आसान कर लूँगा ...इन सब से पार पा लूँगा <br />मुश्किलें भी आसान कर लूँगा <br /><br />पर एक बार फिर से <br />तेरी ऊँगली पकड़ने का मन कर रहा है !<br /><br />मेरा भी मन कर रहा है आपकी कविता पढ़ कर !<br />सुन्दर ....बहुत सुन्दर.....बहुत बहुत सुन्दर...***Punam***https://www.blogger.com/profile/01924785129940767667noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1407525739260276743.post-58046673342518738572013-02-11T16:06:30.091+05:302013-02-11T16:06:30.091+05:30दिल की गहरायी से लिखी है इसी लिए तो दिल को छू रहे ...दिल की गहरायी से लिखी है इसी लिए तो दिल को छू रहे है हर शब्द <br /><br />शायद पहली बार आपके ब्लॉग में आया<br />और तृप्त हो गया <br />बहत खूब दिगम्बर जी ..नादिर खान https://www.blogger.com/profile/02357024049446530444noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1407525739260276743.post-43875581831404741432013-02-04T17:09:41.174+05:302013-02-04T17:09:41.174+05:30इस टिप्पणी को लेखक द्वारा हटा दिया गया है.Harihar (विकेश कुमार बडोला) https://www.blogger.com/profile/02638624508885690777noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1407525739260276743.post-39922231351374142262013-02-03T17:02:23.215+05:302013-02-03T17:02:23.215+05:30बहुत अच्छी कविता |बहुत अच्छी कविता |जयकृष्ण राय तुषारhttps://www.blogger.com/profile/09427474313259230433noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1407525739260276743.post-90781469338063323022013-01-21T18:16:13.340+05:302013-01-21T18:16:13.340+05:30भाई साहब !गृह मंत्री, भारत सरकार तो अब 'भारत ध...भाई साहब !गृह मंत्री, भारत सरकार तो अब 'भारत धर्मी समाज 'को ही' कश्मीरी पंडित' बनाने पर आमादा है .आप भारत धर्मी समाज को पहले संकुचित अर्थों में 'हिन्दू' कहतें हैं फिर हिन्दू संगठन <br /><br />फिर <br /><br />आतंकवादियों का प्रशिक्षण स्थल . .पूर्व में उपाध्यक्ष कांग्रेस राहुल गांधी भी हिन्दू आतंकवाद को जिहादी आतंकवाद से ज्यादा खतरनाक बतला चुके हैं .इन अभागे सेकुलरों को नहीं मालूम -जिहादी <br /><br />का धर्म क्या होता है .जिहादी इस्लाम की श्रेष्ठता के कायल हैं जो मुसलमान नहीं है इस्लाम को नहीं मानता वह काफिर है सर कलम कर दो उसका यही फरमान है इनका .फतुवा खोर नहीं हैं हिन्दू <br /><br />और वृहद् हिन्दू समाज बोले तो भारत धर्मी समाज .हम बिलकुल नहीं कहते मुस्लमान आतंकी हैं अलबत्ता जो भी आतंकी पकड़ा जाता है मुसलमान ही निकलता है .हिन्दू आतंक प्रोएक्टिव पालिसी <br /><br />नहीं हैं छिटपुट प्रतिक्रिया है मिस्टर टिंडे .<br /><br />वह वक्र मुखी भोपाली बाज़ीगर फिर बोला है कहता है मैं जो बात दस सालों से कह रहा हूँ ,गृह मंत्री आज कह रहें हैं .यही ढोंग है जयपुर चिंतन शिविर का .<br /><br />शुक्रिया आपकी ताज़ा टिपण्णी काvirendra sharmahttps://www.blogger.com/profile/02192395730821008281noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1407525739260276743.post-76211325924171407152013-01-21T15:58:20.488+05:302013-01-21T15:58:20.488+05:30बहुत ही भावपूर्ण अभिव्यक्ति ...बहुत ही भावपूर्ण अभिव्यक्ति ...Pallavi saxenahttps://www.blogger.com/profile/10807975062526815633noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1407525739260276743.post-28553442420376198392013-01-20T21:52:40.748+05:302013-01-20T21:52:40.748+05:30तहे दिल से शुक्रिया आपकी ताज़ा टिपण्णी के लिए तहे दिल से शुक्रिया आपकी ताज़ा टिपण्णी के लिए virendra sharmahttps://www.blogger.com/profile/02192395730821008281noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1407525739260276743.post-21223959040257632302013-01-20T18:32:15.454+05:302013-01-20T18:32:15.454+05:30तूने ही तो सिखाया था
जीने का अंदाज़
हालात से जूझ...तूने ही तो सिखाया था <br />जीने का अंदाज़ <br />हालात से जूझने का संकल्प ...<br /><br />बहुत सुन्दर अभिव्यक्ति.<br />Rajputhttps://www.blogger.com/profile/08136572133212539916noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1407525739260276743.post-78826928276707265192013-01-20T15:26:28.459+05:302013-01-20T15:26:28.459+05:30kya baat kahi......kya baat kahi......mridula pradhanhttps://www.blogger.com/profile/10665142276774311821noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1407525739260276743.post-83637092963912238432013-01-20T15:20:23.635+05:302013-01-20T15:20:23.635+05:30माँ कितना सुकून देता है यह शब्द । माँ सी और कोई नह...माँ कितना सुकून देता है यह शब्द । माँ सी और कोई नही ।Asha Joglekarhttps://www.blogger.com/profile/05351082141819705264noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1407525739260276743.post-3717092893670908202013-01-20T13:42:35.468+05:302013-01-20T13:42:35.468+05:30माँ के सामीप्य का अहसास ही एक नयी उर्जा प्रदान करत...माँ के सामीप्य का अहसास ही एक नयी उर्जा प्रदान करता है. सुंदर भावपूर्ण प्रस्तुति.रचना दीक्षितhttps://www.blogger.com/profile/10298077073448653913noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1407525739260276743.post-88736154971075508842013-01-20T09:16:58.935+05:302013-01-20T09:16:58.935+05:30माँ कभी दूर नहीं जाती, वो हमेशा हमारे लिए अपने एहस...माँ कभी दूर नहीं जाती, वो हमेशा हमारे लिए अपने एहसास छोड़ जाती है, वो किसी भी दुनिया में क्यूँ न हो हमेशा अपना आशीष देती रहती है !!<br /><br />New Post<br /><br />Gift- Every Second of My life.<br />उड़ता पंछीhttps://www.blogger.com/profile/18357081059384896848noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1407525739260276743.post-53584218103661685552013-01-19T21:47:15.540+05:302013-01-19T21:47:15.540+05:30बचपन कभी लौटकर नहीं आता ,,,,
लेकिन जिन्दा रहता है ...बचपन कभी लौटकर नहीं आता ,,,,<br />लेकिन जिन्दा रहता है हमारे अन्दर (अगर हम उसे ना मारे तो ),,,<br />और माँ का साथ तो हमेशा ही अच्छा लगता है <br /><br />सुन्दर भावाबिव्यक्ति ..<br />सादर .शिवनाथ कुमारhttps://www.blogger.com/profile/02984719301812684420noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1407525739260276743.post-89839597070812481832013-01-19T19:37:52.037+05:302013-01-19T19:37:52.037+05:30काश वह उंगली फिर मिले ...!
शुभकामनाएं !काश वह उंगली फिर मिले ...!<br />शुभकामनाएं !Satish Saxena https://www.blogger.com/profile/03993727586056700899noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1407525739260276743.post-88513377811484986292013-01-19T13:54:46.020+05:302013-01-19T13:54:46.020+05:30हाँ सालों साल पीछा कर्ट हैं माँ की यादें .शुक्रिया...हाँ सालों साल पीछा कर्ट हैं माँ की यादें .शुक्रिया आपकी सद्य टिप्पणियों का .आज भी पीछा करती है वह जबकि उसने एक नवम्बर ,1997 को ही शरीर छोड़ महाप्रयाण किया था .हम अपने आप को वहीँ पाते हैं जहां थे उसके समक्ष .virendra sharmahttps://www.blogger.com/profile/02192395730821008281noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1407525739260276743.post-56261119247451392882013-01-18T22:58:11.534+05:302013-01-18T22:58:11.534+05:30बहुत कुछ सोंचने पर विवश करती सटीक अभिव्यक्ति...
बहुत कुछ सोंचने पर विवश करती सटीक अभिव्यक्ति...<br />प्रसन्नवदन चतुर्वेदी 'अनघ' https://www.blogger.com/profile/03784076664306549913noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1407525739260276743.post-52963560612333110132013-01-18T11:21:12.865+05:302013-01-18T11:21:12.865+05:30 माँ की ऊंगली थामे बच्चे को देखना कितना सुखद है...... माँ की ऊंगली थामे बच्चे को देखना कितना सुखद है.... और माँ कहीं भी क्यों न हो, बच्चे को यूँ ही हांफते कैसे छोड़ सकती है?sourabh sharmahttps://www.blogger.com/profile/11437187263808603551noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1407525739260276743.post-73686419708014256782013-01-18T11:13:03.830+05:302013-01-18T11:13:03.830+05:30बहुत सुन्दर अभिव्यक्ति... बच्चा होने को चाहता है म...बहुत सुन्दर अभिव्यक्ति... बच्चा होने को चाहता है मन फिर से डॉ. नूतन डिमरी गैरोला- नीतिhttps://www.blogger.com/profile/08478064367045773177noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1407525739260276743.post-52491001049223608952013-01-18T08:10:33.785+05:302013-01-18T08:10:33.785+05:30अहा बचपन अहा बचपन Arvind Mishrahttps://www.blogger.com/profile/02231261732951391013noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1407525739260276743.post-87448553946906352402013-01-17T22:51:48.101+05:302013-01-17T22:51:48.101+05:30dil to bachcha hai ji..dil to bachcha hai ji..kavita vermahttps://www.blogger.com/profile/18281947916771992527noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1407525739260276743.post-8223541789911403512013-01-17T19:43:04.021+05:302013-01-17T19:43:04.021+05:30कुछ भी हो हौसला तो बनाए रखना होगा आंटी!
सादर कुछ भी हो हौसला तो बनाए रखना होगा आंटी!<br /><br />सादर Yashwant R. B. Mathurhttps://www.blogger.com/profile/06997216769306922306noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1407525739260276743.post-14684383876614381062013-01-17T19:34:51.190+05:302013-01-17T19:34:51.190+05:30बेहतरीन लिखे हैं सर!
सादर बेहतरीन लिखे हैं सर!<br /><br /><br />सादर Yashwant R. B. Mathurhttps://www.blogger.com/profile/06997216769306922306noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1407525739260276743.post-51499113362939435092013-01-17T19:12:14.426+05:302013-01-17T19:12:14.426+05:30पर एक बार फिर से
तेरी ऊँगली पकड़ने का मन कर रहा ह...पर एक बार फिर से <br />तेरी ऊँगली पकड़ने का मन कर रहा है <br />बच्चा होने का मन कर रहा है <br /><br />बता क्या करूं ... <br /><br />बहुत खुब....अंजना https://www.blogger.com/profile/07031630222775453169noreply@blogger.com