tag:blogger.com,1999:blog-1407525739260276743.post5873388378757091758..comments2024-03-28T14:28:13.874+05:30Comments on स्वप्न मेरे: माँ ... तेरे जाने के बाद ... दिगम्बर नासवाhttp://www.blogger.com/profile/11793607017463281505noreply@blogger.comBlogger51125tag:blogger.com,1999:blog-1407525739260276743.post-72742118337742657102013-01-02T19:12:25.140+05:302013-01-02T19:12:25.140+05:30आह..आह..देवेन्द्र पाण्डेयhttps://www.blogger.com/profile/07466843806711544757noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1407525739260276743.post-33451639288890993422012-12-23T20:33:32.619+05:302012-12-23T20:33:32.619+05:30भवसागर सहजता से पार हो
ऐसी प्रार्थना कर रहे हैं स...भवसागर सहजता से पार हो <br />ऐसी प्रार्थना कर रहे हैं सब <br /><br />पर तू तो बैठी है कोने में माँ <br />शांत, चुप-चाप, टकटकी लगाये<br /><br />बहुत ही बढ़िया और भावनाओं का विशाल प्रवाह ..माँ शब्द ऐसी है जिसकी तुलना दुनिया में कोई शब्द नहीं कर सकता ...इस रचना से पहले वाली रचना भी बहुत खुबसूरत थी और उससे एक कदम आगे यह।<br /><br />दिगंबर जी, ममता की स्वरूप माँ पर लिखी एक बेहतरीन रचना। धन्यवाद और बधाईविनोद कुमार पांडेयhttps://www.blogger.com/profile/17755015886999311114noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1407525739260276743.post-68677862398985636032012-12-23T18:14:02.299+05:302012-12-23T18:14:02.299+05:30
आपकी सद्य टिप्पणियों के लिए शुक्रिया .आपकी टिपण्ण...<br />आपकी सद्य टिप्पणियों के लिए शुक्रिया .आपकी टिपण्णी हमारी धरोहर हैं बेशकीमती ब्लॉग के लिए .आइन्दा के लिए .virendra sharmahttps://www.blogger.com/profile/02192395730821008281noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1407525739260276743.post-24973688700402772332012-12-23T18:13:15.425+05:302012-12-23T18:13:15.425+05:30
आपकी सद्य टिप्पणियों के लिए शुक्रिया .आपकी टिपण्ण...<br />आपकी सद्य टिप्पणियों के लिए शुक्रिया .आपकी टिपण्णी हमारी धरोहर हैं बेशकीमती ब्लॉग के लिए .आइन्दा के लिए .virendra sharmahttps://www.blogger.com/profile/02192395730821008281noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1407525739260276743.post-14626434166136847772012-12-23T16:29:17.518+05:302012-12-23T16:29:17.518+05:30मार्मिक, दिल को छूती हुई ...
सही में माँ तो आखिर ...मार्मिक, दिल को छूती हुई ...<br />सही में माँ तो आखिर माँ ही होती है ... शिवनाथ कुमारhttps://www.blogger.com/profile/02984719301812684420noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1407525739260276743.post-7079063947822330372012-12-21T21:58:25.354+05:302012-12-21T21:58:25.354+05:30सुंदर, संवेदनशील रचना।।।सुंदर, संवेदनशील रचना।।।Ankur Jainhttps://www.blogger.com/profile/17611511124042901695noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1407525739260276743.post-21308597080058042512012-12-19T18:25:10.823+05:302012-12-19T18:25:10.823+05:30शुक्रिया आपकी सद्य टिप्पणियों का .हाँ महात्मा गाँध...शुक्रिया आपकी सद्य टिप्पणियों का .हाँ महात्मा गाँधी बकरी का ही दूध पीते थे .दूध उनके लिए मांसाहार समान ही था .पशु उत्पाद होने की वजह से .कृपया यहाँ दस्तक दें .आभार .आपकी ताज़ा रचना प्रतीक्षित -<br /><br />तू भी तिनका तोड़ेगा <br /><br />ram ram bhai<br />मुखपृष्ठ<br /><br />बुधवार, 19 दिसम्बर 2012<br />खबरें ताज़ा सेहत की<br /><br />http://veerubhai1947.blogspot.in/virendra sharmahttps://www.blogger.com/profile/02192395730821008281noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1407525739260276743.post-65381955363964909792012-12-19T18:04:07.205+05:302012-12-19T18:04:07.205+05:30
DIGAMBAR JI,
NAMASKAR
YOUR POST IS V...<br />DIGAMBAR JI, <br /><br /> NAMASKAR<br /><br /><br />YOUR POST IS VERY TOUCHING SIR. कदम कदम पे तुझसे <br />पूछ पूछ कर काम करने वाले <br />तेरे मन की नहीं सुन रहे <br />हो रहा है बंदोबस्त <br />जबरन तेरी यात्रा का<br /><br />These lines are just full of reality.<br /><br /><br /><br />http://nriachievers.blogspot.in/Rajeev Panchhihttps://www.blogger.com/profile/15602782114264816452noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1407525739260276743.post-68902389859792626942012-12-18T21:19:14.666+05:302012-12-18T21:19:14.666+05:30’क्या तुझको भेजना सम्भव होगा....’
हर जाने वाला छोड...’क्या तुझको भेजना सम्भव होगा....’<br />हर जाने वाला छोड जाता है यही प्रश्न निरुत्तरित.<br />मन के - मनकेhttps://www.blogger.com/profile/16069507939984536132noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1407525739260276743.post-44357020800036838202012-12-18T21:19:13.312+05:302012-12-18T21:19:13.312+05:30’क्या तुझको भेजना सम्भव होगा....’
हर जाने वाला छोड...’क्या तुझको भेजना सम्भव होगा....’<br />हर जाने वाला छोड जाता है यही प्रश्न निरुत्तरित.<br />मन के - मनकेhttps://www.blogger.com/profile/16069507939984536132noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1407525739260276743.post-63112751922226461842012-12-18T18:23:51.817+05:302012-12-18T18:23:51.817+05:30 हर दिन बच्चे के मन में यह आशंका होती है कि कहीं म... हर दिन बच्चे के मन में यह आशंका होती है कि कहीं माँ न चली जाए, और जब यह क्षण आता है तो सचमुच कितना भावुक क्षण होता होगा लेकिन माँ क्या सचमुच अपने बच्चों के संसार के सिवा कहीं और किसी दुनिया में जा सकती है उसके लिए वहाँ रहना क्या संभव हो पाएगा, वो आ जाएगी छोटी सी गुड़िया बनकर, फिर से एक बार अपने घर में जो उसकी जन्नत है।sourabh sharmahttps://www.blogger.com/profile/11437187263808603551noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1407525739260276743.post-67337973069227178532012-12-18T15:55:44.543+05:302012-12-18T15:55:44.543+05:30ये सारे कर्म काण्ड दीपक जलाना ,गंगा में बहाना विरे...ये सारे कर्म काण्ड दीपक जलाना ,गंगा में बहाना विरेचन करते हैं भाव का अनुभाव का .व्यक्ति को मुक्त करते हैं मोह पाश से .कायिक प्रेम से आत्मा सूक्ष्म तत्व है वायुवीय प्रेम की तरह .virendra sharmahttps://www.blogger.com/profile/02192395730821008281noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1407525739260276743.post-1796360953724691512012-12-18T14:59:56.798+05:302012-12-18T14:59:56.798+05:30बेहद मार्मिक और सशक्त पोस्ट।बेहद मार्मिक और सशक्त पोस्ट।इमरान अंसारी https://www.blogger.com/profile/01005182448449326178noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1407525739260276743.post-15657396036563152972012-12-18T11:43:20.625+05:302012-12-18T11:43:20.625+05:30bahut hi marmsparshi kavita...bahut hi marmsparshi kavita...उपेन्द्र नाथhttps://www.blogger.com/profile/07603216151835286501noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1407525739260276743.post-36380280377327802942012-12-18T10:20:10.730+05:302012-12-18T10:20:10.730+05:30मन को नम कर दिया आपने ....मन को नम कर दिया आपने ....Sarashttps://www.blogger.com/profile/04867240453217171166noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1407525739260276743.post-71281795171605071472012-12-18T09:56:22.912+05:302012-12-18T09:56:22.912+05:30maaa teri yahi kahani...!!maaa teri yahi kahani...!!मुकेश कुमार सिन्हाhttps://www.blogger.com/profile/14131032296544030044noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1407525739260276743.post-36335746437843478072012-12-18T07:59:36.604+05:302012-12-18T07:59:36.604+05:30 जो संबंध अटूट है यात्रा पर निकल जाने से कहाँ समाप... जो संबंध अटूट है यात्रा पर निकल जाने से कहाँ समाप्त हो सकता हैं ! <br />प्रतिभा सक्सेनाhttps://www.blogger.com/profile/12407536342735912225noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1407525739260276743.post-18604528957863673192012-12-18T05:55:34.611+05:302012-12-18T05:55:34.611+05:30समझ सकता हूं
तेरी उदासी का कारण
कदम कदम पे तुझस...समझ सकता हूं <br />तेरी उदासी का कारण <br /><br />कदम कदम पे तुझसे <br />पूछ पूछ कर काम करने वाले <br />तेरे मन की नहीं सुन रहे <br />हो रहा है बंदोबस्त <br />जबरन तेरी यात्रा का <br /><br />मार्मिक ....Vandana Ramasinghhttps://www.blogger.com/profile/01400483506434772550noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1407525739260276743.post-68755887478640498882012-12-17T20:00:17.277+05:302012-12-17T20:00:17.277+05:30बहुत भावपूर्ण...माँ की तस्वीर में माँ की मुस्कुरात...बहुत भावपूर्ण...माँ की तस्वीर में माँ की मुस्कुराती छवि सदा साथ साथ रहेगी...बातें करेगी|ऋता शेखर 'मधु'https://www.blogger.com/profile/00472342261746574536noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1407525739260276743.post-11694273899074179232012-12-17T19:53:49.921+05:302012-12-17T19:53:49.921+05:30आपकी इस उत्कृष्ट प्रविष्टि की चर्चा कल मंगलवार 18/...आपकी इस उत्कृष्ट प्रविष्टि की चर्चा कल मंगलवार 18/12/12 को चर्चा मंच पर राजेश कुमारी द्वारा की जायेगी आपका इन्तजार है Rajesh Kumarihttps://www.blogger.com/profile/04052797854888522201noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1407525739260276743.post-39872981706120584332012-12-17T19:36:51.619+05:302012-12-17T19:36:51.619+05:30अत्यंत मार्मिक और भावुक रचना.
रामराम.अत्यंत मार्मिक और भावुक रचना.<br /><br />रामराम.ताऊ रामपुरियाhttps://www.blogger.com/profile/12308265397988399067noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1407525739260276743.post-6915187945922696062012-12-17T18:25:24.779+05:302012-12-17T18:25:24.779+05:30
माँ को साक्षी भाव से देखती बुनती महसूस करती संवाद...<br />माँ को साक्षी भाव से देखती बुनती महसूस करती संवाद करती रचना .शुक्रिया आपकी टिप्पणियों का .आभार ,आदाब .virendra sharmahttps://www.blogger.com/profile/02192395730821008281noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1407525739260276743.post-85426949256601079732012-12-17T18:17:09.759+05:302012-12-17T18:17:09.759+05:30बड़े नाजुक से है ये एहसास , बहुत मुश्किल दिन होते ...बड़े नाजुक से है ये एहसास , बहुत मुश्किल दिन होते है ये !<br />मार्मिक !वाणी गीतhttps://www.blogger.com/profile/01846470925557893834noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1407525739260276743.post-4283697366770051292012-12-17T16:40:54.265+05:302012-12-17T16:40:54.265+05:30माँ के लिए बहुत नाज़ुक विचार ...साथ ना हो कर भी साथ...माँ के लिए बहुत नाज़ुक विचार ...साथ ना हो कर भी साथ होने का अहसास ...सादर Anju (Anu) Chaudharyhttps://www.blogger.com/profile/01082866815160186295noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1407525739260276743.post-79306751589984640792012-12-17T15:17:44.047+05:302012-12-17T15:17:44.047+05:30पर क्या तुझको भेजना संभव होगा ...
असंभव को संभव ...पर क्या तुझको भेजना संभव होगा ... <br /><br />असंभव को संभव करने का प्रयास <br />अचानक हम दोनों मुस्कुरा उठते हैं<br /><br />....बहुत मार्मिक अभिव्यक्ति...Kailash Sharmahttps://www.blogger.com/profile/12461785093868952476noreply@blogger.com