tag:blogger.com,1999:blog-1407525739260276743.post8501183953273031098..comments2024-03-28T14:28:13.874+05:30Comments on स्वप्न मेरे: धुँधला गया है चाँददिगम्बर नासवाhttp://www.blogger.com/profile/11793607017463281505noreply@blogger.comBlogger13125tag:blogger.com,1999:blog-1407525739260276743.post-18506348089374580992011-11-24T20:47:25.376+05:302011-11-24T20:47:25.376+05:30धुँधले चाँद की ख़ूबसूरती देखने लायक होती है. सुंदर...धुँधले चाँद की ख़ूबसूरती देखने लायक होती है. सुंदर ग़ज़ल.Bharat Bhushanhttps://www.blogger.com/profile/10407764714563263985noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1407525739260276743.post-79114429259809668152011-11-24T20:46:01.801+05:302011-11-24T20:46:01.801+05:30इस टिप्पणी को लेखक द्वारा हटा दिया गया है.Bharat Bhushanhttps://www.blogger.com/profile/10407764714563263985noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1407525739260276743.post-33257334364116904332011-11-24T19:19:49.755+05:302011-11-24T19:19:49.755+05:30धुंधलके में भी,आपकी गज़ल का
चांद चमक रहा है.धुंधलके में भी,आपकी गज़ल का<br />चांद चमक रहा है.मन के - मनकेhttps://www.blogger.com/profile/16069507939984536132noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1407525739260276743.post-71241900757219329422011-11-24T17:03:57.526+05:302011-11-24T17:03:57.526+05:30चाँद धुँधला लगने का कारण है.उचित ही है !चाँद धुँधला लगने का कारण है.उचित ही है !प्रतिभा सक्सेनाhttps://www.blogger.com/profile/12407536342735912225noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1407525739260276743.post-45013776396479885322011-11-24T16:45:38.012+05:302011-11-24T16:45:38.012+05:30चाँद आपका संगीता जी की हलचल पर है खिला
पोस्ट पढकर...चाँद आपका संगीता जी की हलचल पर है खिला <br />पोस्ट पढकर आपकी बहुत आनंद मुझको मिला.<br /><br />सुन्दर प्रस्तुति के लिए बहुत बहुत आभार जी.Rakesh Kumarhttps://www.blogger.com/profile/03472849635889430725noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1407525739260276743.post-18998610704764161242011-11-24T12:33:23.223+05:302011-11-24T12:33:23.223+05:30बहुत ही खूबसूरत गजल लिखी है आपने मजा आ गया।बहुत ही खूबसूरत गजल लिखी है आपने मजा आ गया।Arunesh c davehttps://www.blogger.com/profile/15937198978776148264noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1407525739260276743.post-84937730368168610842011-11-24T12:28:39.519+05:302011-11-24T12:28:39.519+05:30तुम अचानक आ गयी हो रात के दूजे पहर
देख कर चेहरा त...तुम अचानक आ गयी हो रात के दूजे पहर <br />देख कर चेहरा तेरा पगला गया है चाँद <br /><br />wah !!!<br /><br />Bahut khub sirjiPrakash Jainhttps://www.blogger.com/profile/04801182284591806629noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1407525739260276743.post-60806368721349060702011-11-24T10:22:35.203+05:302011-11-24T10:22:35.203+05:30चाँद तो है ही ऐसा.....ऐसाइच होता है यह चाँद.
पर......चाँद तो है ही ऐसा.....ऐसाइच होता है यह चाँद.<br />पर..... जिस रूप में बुलाओ आ जाता है.दादी जरूर दिखती होगी उसके किसी रूप में.<br />कितनी मुश्किल से मिले हैं आप. सब बुकमार्क डिलीट हो गये थे.<br />थेंक्स इस चाँद को जैसे धीरे धीरे बादलों से निकल आया.बोला-'मैं यहाँ हूँ इंदु ! तु भी तो चाँद है मेरी तरह.आ देख बाबु ने एक कविता लिखी है और.......उसमे चाँद का ज़िक्र है चाँद सी दादी का.<br />अच्छा लगा पढकर.यूँ किसी ने याद न किया होगा अपने पापा की मम्मी को'<br />मैंने कहा-'चाँद! यह रचनाकार कुछ अलग सा है.न शब्दों से खेलने वाला शब्दों का खिलाड़ी है, न शब्दों<br />को रंगने वाला कलाकार.अपनी रचना के हर शब्द में में बस खुद होता है.'इन्दु पुरीhttps://www.blogger.com/profile/10029621653320138925noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1407525739260276743.post-89803290750159418962011-11-24T10:19:37.110+05:302011-11-24T10:19:37.110+05:30तेरे माथे पर सिमट आया है जीवन
सुर्ख़ पा वन चांदनी ...तेरे माथे पर सिमट आया है जीवन<br />सुर्ख़ पा वन चांदनी पिघला गया है चाँद <br /><br />लाजवाब लिखे हैं सर!<br /><br />सादरYashwant R. B. Mathurhttps://www.blogger.com/profile/06997216769306922306noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1407525739260276743.post-26330331443454369462011-11-24T09:36:28.562+05:302011-11-24T09:36:28.562+05:30बहुत ही खूबसूरत गज़ल है ! जिसे देख कर चाँद भी पगला ...बहुत ही खूबसूरत गज़ल है ! जिसे देख कर चाँद भी पगला जाये उसका दीदार कितना बेमिसाल होगा ! बहुत खूब !Sadhana Vaidhttps://www.blogger.com/profile/09242428126153386601noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1407525739260276743.post-45809088233911773472011-11-24T08:10:21.129+05:302011-11-24T08:10:21.129+05:30आहा!!
"हर शेर बयाने खुबसूरत की अमासिल हैं,
...आहा!! <br />"हर शेर बयाने खुबसूरत की अमासिल हैं, <br />हर शेर रु-ए-खुद सा उजला गया है चाँद"<br /><br />(गुस्ताखी माफ़ सर...)<br />बहुत बेहतरीन... आनंद आ गया...<br />सादर...S.M.HABIB (Sanjay Mishra 'Habib')https://www.blogger.com/profile/10992209593666997359noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1407525739260276743.post-44916579634682076052011-11-24T07:07:16.383+05:302011-11-24T07:07:16.383+05:30देर तक करता था मैं दादी से बातें
उम्र का है असर य...देर तक करता था मैं दादी से बातें <br />उम्र का है असर या धुँधला गया है चाँद<br />bahut sunder ...Anupama Tripathihttps://www.blogger.com/profile/06478292826729436760noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1407525739260276743.post-17187983266135024372011-11-24T00:21:09.041+05:302011-11-24T00:21:09.041+05:30आपकी किसी नयी -पुरानी पोस्ट की हल चल आज 24-- 11 ...आपकी किसी नयी -पुरानी पोस्ट की हल चल आज 24-- 11 - 2011 को यहाँ भी है <br /><br /><a href="http://nayi-purani-halchal.blogspot.com" rel="nofollow"> ...नयी पुरानी हलचल में आज ..बिहारी समझ बैठा है क्या ? </a>संगीता स्वरुप ( गीत )https://www.blogger.com/profile/18232011429396479154noreply@blogger.com